1. यह एक प्रैक्टिकल कोर्स है।
2. हर सेशन में आपको मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनाने के लिए जरूरी जानकारी और मनोवैज्ञानिक तकनीकें सिखाई जाएंगी।
3. सिखाई गई तकनीकों का ईमानदारी से अभ्यास करें।
4. शुरू के 5 से 7 दिनों में आपके मन में कई प्रश्न उत्पन्न हो सकते हैं, लेकिन धीरे-धीरे ये प्रश्न कम होने लगेंगे।
5. इसलिए कोर्स को धैर्यपूर्वक समझें और उसका लाभ उठाएं।
6. अक्सर पहले 15 दिनों में लगभग 20% से 50% लाभ महसूस होने लगता है।
• आपका रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद, आपको अपने अकाउंट में लॉगिन की सुविधा मिलेगी। जिसके बाद आप माइंड सीक्रेट्स की वीडियो देख सकते हैं।
कोर्स की सामग्री
• इस Trail Pack कोर्स में अगले 15 दिन तक आपको मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए 9 वीडियो मिलेंगे, जो कदम दर कदम आपकी मदद करेंगे।
एक कोर्स, अनेक लाभ
* नींद की समस्या।
* घबराहट।
* अंधेरे में या अकेले रहने का मन करना।
* उदास या दुखी रहना।
* सिर, आंखों में दर्द या भारीपन।
* रोने का मन करना।
* चिड़चिड़ापन
* खुद के बारे में बुरा भला सोचते रहना।
* पुरानी बातों को याद करके दुखी होना।
* दिमाग में लगातार बुरी बातों का चलना।
* काम करने का मन ना करना।
* अचानक घबराहट या चक्कर आना।
* सिर, पेट या छाती में दर्द होना।
* चक्कर और शरीर में कंपन।
* सांस का रुक जाना।
* ऐसा लगना जैसे जान निकलने वाली हो।
* आंखो के सामने अंधेरा आ जाना।
* गुम या बेहोशी हो जाना।
* जबड़ों का भींच जाना।
* हाथ पैर मुड़ना, गर्दन का पीछे की तरफ जाना।
* कई बार कुछ घंटों या दिनों के लिए आवाज या याददाश्त चली जाना।
* दीवार पर सिर मारना, या घर से निकलकर बाहर भागने का मन करना।
* आत्महत्या के विचार या आत्महत्या का प्रयास करना।
* आत्मविश्वास में अत्यधिक कमी।
* चिल्ला चिल्ला कर रोने का मन करना।
* लंबे समय तक दवाईयां लेते लेते थक जाना।
* झाड़-फूंक करवाने से भी ठीक नहीं होना।
* किसी भी दिमागी टेस्ट में कोई बीमारी नहीं आती है सभी रिपोर्ट ठीक आती हैं।
इनमे से कोई लक्षण है तो यह कोर्स आपके लिए है।
हर सेशन में आपको मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनाने के लिए जरूरी जानकारी और मनोवैज्ञानिक तकनीकें सिखाई जाएंगी।
यह एक प्रैक्टिकल कोर्स है। इसलिए सिखाई गई तकनीकों का ईमानदारी से अभ्यास करें।
एक कोर्स, अनेक लाभ
* डर और नेगेटिव थिंकिंग।
* बाहर जाने में डर लगना।
* हार्ट अटैक या किसी बीमारी का डर।
* एक ही बात बार बात माइंड में आना।
* पुरानी बाते न भूल पाना।
* क्रोध और पछतावा।
* पैनिक अटैक
* IBS (पेट की समस्या)
* नींद की समस्या।
* घबराहट।
* अंधेरे में या अकेले रहने का मन करना।
* उदास या दुखी रहना।
* सिर, आंखों में दर्द या भारीपन।
* रोने का मन करना।
* चिड़चिड़ापन
* खुद के बारे में बुरा भला सोचते रहना।
* पुरानी बातों को याद करके दुखी होना।
* दिमाग में लगातार बुरी बातों का चलना।
* काम करने का मन ना करना।
* अचानक घबराहट या चक्कर आना।
* सिर, पेट या छाती में दर्द होना।
* चक्कर और शरीर में कंपन।
* सांस का रुक जाना।
* ऐसा लगना जैसे जान निकलने वाली हो।
* आंखो के सामने अंधेरा आ जाना।
* गुम या बेहोशी हो जाना।
* जबड़ों का भींच जाना।
* हाथ पैर मुड़ना, गर्दन का पीछे की तरफ जाना।
* कई बार कुछ घंटों या दिनों के लिए आवाज या याददाश्त चली जाना।
* दीवार पर सिर मारना, या घर से निकलकर बाहर भागने का मन करना।
* आत्महत्या के विचार या आत्महत्या का प्रयास करना।
* आत्मविश्वास में अत्यधिक कमी।
* चिल्ला चिल्ला कर रोने का मन करना।
* लंबे समय तक दवाईयां लेते लेते थक जाना।
* झाड़-फूंक करवाने से भी ठीक नहीं होना।
* किसी भी दिमागी टेस्ट में कोई बीमारी नहीं आती है सभी रिपोर्ट ठीक आती हैं।
इनमे से कोई लक्षण है तो यह कोर्स आपके लिए है।
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