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बिना दवाई का उपचार, घर बैठे! इलाज की जानकारी।
यह एक बिना दवाई का उपचार कोर्स है जिसमें कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।
इस कोर्स में आप बहुत सी महत्वपूर्ण बातों को सीखेंगे जो मानसिक समस्याओं से बाहर आने के लिए सीखना बहुत जरुरी है। यह कोर्स आपको मन के नियमों को समझने और उन्हें अपनाने में मदद करेगा।
कोर्स की विशेषताएं:
* पूरा कोर्स वीडियो के माध्यम से होता है, कहीं जाने की जरूरत नहीं।
* 2 महीने के कोर्स की वीडियो 5 महीने तक आपके पास उपलब्ध रहेंगी, जिससे आप अपनी सुविधानुसार बार-बार प्रैक्टिस कर सकते हैं।
* हर एक वीडियो के बाद एक दिन का गैप है ताकि आप जो सीखें उसे आजमा सकें।
कोर्स अवधि:
* 2 का पूरा कोर्स: ₹3500
* 1 माह का आधा कोर्स: ₹2100
15 दिन का ट्रायल कोर्स: ₹99
* कुछ लोगों को डर होता है कि पता नहीं कोर्स काम करेगा या नहीं?
* समझ आएगा या नहीं?
* ऐसे कैसे बिना दवाई इलाज हो सकता है?
अगर आप भी ऐसा सोच कर इलाज लेने में हिचकचा रहे हैं
तो 15 दिन का ट्रायल कोर्स ज्वाइन करें।
विशेष बात:
यह कोर्स वही सीक्रेट तकनीकें सिखाता है जो अक्सर हॉस्पिटलों में दूर-दूर से लोग सीखने आते हैं।
अब आपको यह सीक्रेट कोर्स घर बैठे मिल रहा है। इस अवसर को न चूकें!
इस अवसर को हाथ से न जाने दें और आज ही जुड़ें!
Trial Course में ज्वाइनिंग के बाद आपको 15 दिन तक 9 वीडियो क्लास मिलेगी।
सभी वीडियो सेशन आपको WhatsApp पर ही मिलेंगे।
आपके Whatsapp पर वीडियो लिंक आयेगा। बस लिंक पर क्लिक करके आपको सेशन करना है।
आप यह वीडियो दिन में किसी भी समय देख सकते है।
ट्रायल कोर्स के बाद क्या होगा?
इससे आपको लाभ भी मिल जायेगा और इलाज का तरीका भी पता लग जायेगा।
औसतन लोग 2 माह के उपचार के बाद अनेक प्रकार की मानसिक चुनौतियों में 70% से 100% तक राहत महसूस करते हैं।
दवाइयां बंद हो जाती हैं या कम होने लगती हैं।
कॉन्फिडेंस बढ़ने लगता है।
मूड अच्छा रहने लगता है।
किसी भी प्रकार का बीमारी या अन्य डर, घबराहट, चिंता से आजादी मिलती है।
नींद अच्छी आने लगती है। नींद की दवाइयां भी कम होने लगती हैं।
BP की समस्या में आराम मिलने लगता है।
सर दर्द, चक्कर, सिर में भारीपन में आराम मिलता है।
ओवरथिंकिन्ग और नेगेटिव थिंकिंग को कंट्रोल करने और मन को शांत रखने की मानसिक ट्रिक सीख जाते हैं।
माइंड में पॉजिटिव कैमिकल बढ़ने लगते हैं। जिससे व्यक्ति खुश रहने लगता है।
IBS (पेट की समस्याएं), छाती की जकड़न, चलते समय बॉडी का बैलेंस न बनना, याददाश्त में कमी, काम करने का मन न करना से आजादी मिलती है।
हजारों लोग जिन्हें घर से बाहर जाने में डर लगता था अब फिर से घर से बाहर जाने लगे हैं और जिंदगी को जीने लगें हैं।