आज मनोविज्ञान में बहुत शक्तिशाली विधियां हैं। जिसके सहयोग से आज तक करोड़ों लोगों ने अनेक क्षेत्रों में अपने जीवन को बेहतर बनाया है लेकिन जागरूकता की कमी और अन्य अनेक कारणों से भारतीय लोग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। अगर इन शक्तिशाली विधियों को देशवासियों तक पहुंचा दिया जाए तो यह संभव है कि भारत
को खुशी और मानसिक स्वास्थ्य में बेहतर बनाया जा सकता है।
इस तरह भारतवासियों के मुस्कुराने से ही बनेगा।
“हमारा भारत, मुस्कुराता भारत”